क्या डेंगू बुखार के कारण आपका प्लेटलेट काउंट कम होने लगा है? इन दोनों पौधों का रस पीने से राहत मिलेगी
Dengue Mosquito: बारिश का मौसम भले ही आपको कितनी भी राहत दे, लेकिन अगर कुछ बातों का पालन न किया जाए तो डेंगू की बीमारी फैल सकती है और प्लेटलेट काउंट गिर सकता है, जो एक खतरनाक स्थिति है।
डेंगू बुखार कैसा है?
डेंगू बुखार एक संक्रामक रोग है जो एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। चूँकि इसके शरीर पर सफ़ेद धारियाँ होती हैं इसलिए इसे "टाइगर मच्छर" भी कहा जाता है। इस मच्छर का लार्वा साफ पानी में पनपता है और दिन भर काटता है।
डेंगू के मच्छर काटने पर अपना वायरस इंसानों तक पहुंचाते हैं। यदि वे किसी अन्य स्वस्थ व्यक्ति को काटेंगे तो उनका शरीर भी संक्रमित हो जाएगा। यह आमतौर पर 16-30 डिग्री के तापमान पर मजबूत होता है, इसलिए बारिश का मौसम इसके प्रजनन के लिए उपयुक्त है।
डेंगू बुखार में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है
एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में प्लेटलेट काउंट 1.50,000 से 2.50,000 प्रति माइक्रोलीटर रक्त के बीच होता है, लेकिन अगर बाघ मच्छर के काटने के बाद बुखार होता है, तो यह संख्या आमतौर पर 1 लाख से नीचे आ जाती है, जो जीवन के लिए खतरा है।
डेंगू बुखार है तो पिएं ये दो जूस
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1. पपीते के पत्ते का रस
अगर आपको या आपके परिवार के किसी सदस्य को डेंगू बुखार हो जाए और आपका प्लेटलेट काउंट कम हो जाए तो तुरंत पपीते के पत्ते का रस निकालकर पी लें, इससे आपको जल्द ही फायदा होगा।
2. गिलोय का रस
गिलोय एक ऐसा पौधा है जिसे आयुर्वेद का वरदान कहना शायद गलत नहीं होगा। अगर डेंगू बुखार बढ़ जाए तो जूस निकालकर तुरंत पी लें। इससे रक्त में प्लेटलेट्स की संख्या तेजी से बढ़ती है और रिकवरी में आसानी होती है।
डेंगू बुखार से बचने के उपाय
सावधान रहें कि बारिश के मौसम में बर्तनों, नारियल के छिलकों, टायरों या पक्षियों के सामान में पानी जमा न हो जाए। इसके अलावा समय-समय पर रेडिएटर का पानी बदलें या उसमें 2 बड़े चम्मच मिट्टी का तेल मिलाएं। अगर पानी की टंकी खुली भी छोड़ दी जाए तो भी उसमें डेंगू के मच्छर पनपेंगे।