Punjab Church Attack: तरनतारन शहर में चर्च पर हमला, पादरी की गाड़ी जलाई, जानिए पूरा मामला 

Punjab Church Attack: Church attacked in Tarn Taran city, priest's car burnt, know the whole matter
 

Haryana Update. Church Vandalised in Punjab: पंजाब के तरनतारन शहर में मंगलवार रात एक चर्च में कुछ असामाजिक तत्वों ने तोड़फोड़ की. घटना मंगलवार रात 12:30 बजे की है. बताया गाय कि चार आरोपी चर्च में दाखिल हुए और पहले तो चर्च के बाहर लगी भगवान यीशू और मां मरियम की मूर्ति का सिर तोड़ दिया.

 

इसके बाद पादरी की कार में भी आग लगा दी. CCTV में दो आरोपी दिखाई दिए हैं. स्थानीय पुलिस मामले की जांच में जुटी है. वहीं इस घटना के बाद से इलाके में तनाव का माहौल है. पुलिस की कई टीमें गश्त पर लगी हैं.

 

तो क्या ये है विवाद की वजह

घटना तरनतारन जिले के विधानसभा क्षेत्र पट्टी के गांव ठकरपुर की है.यह घटना ऐसे दिन हुई है जब अकाल तख्त जत्थेदार ने ईसाई मिशनरियों द्वारा "जबरन धर्मांतरण" के खिलाफ एक बयान जारी किया था. ऐसे में इस हमले को उसी से जोड़कर देखा जा रहा है.

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बता दें कि अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह द्वारा निहंग नेता बाबा मेजर सिंह और उनके लगभग 150 समर्थकों को समर्थन देने की घोषणा के बाद यह घटना हुई है.

ससे पहले जंडियाला थाने में एक ईसाई नेता की शिकायत पर निहंग नेता बाबा मेजर सिंह और उनके करीब 150 समर्थकों पर एफआईआर दर्ज की गई थी. पुलिस ने यह एफआईआर आईपीसी की धारा 295, 296, 427, 148 और 149 के तहत दर्ज की थी. 

केंद्र सरकार से की दखल की मांग

इस मामले में अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने मांग की है कि "बाबा मेजर सिंह औऱ उनके समर्थकों के खिलाफ जो केस दर्ज किया गया है उसे रद्द किया जाना चाहिए. क्योंकि वे केवल जबरन धर्म परिवर्तन का विरोध कर रहे थे.

उन्होंने कहा कि कानून जबरन धर्म परिवर्तन की इजाजत नहीं देता है, लेकिन यह आश्चर्य की बात है कि पंजाब के सीमावर्ती इलाके में बड़े पैमाने पर अभियान चलाकर लोगों का जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है". उन्होंने केंद्र सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की.

उन्होंने आगे कहा कि "पंजाब सरकार को निहंगों के खिलाफ मामला तुरंत रद्द करना चाहिए क्योंकि सिख समुदाय उनके साथ खड़ा है.

हमने 5 सितंबर को श्री आनंदपुर साहिब में एक बैठक बुलाई है और इस मुद्दे पर चर्चा के बाद एक प्रस्ताव पारित किया जाएगा.सीमावर्ती इलाकों में अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग के सिखों और हिंदुओं के परिवारों को निशाना बनाया जा रहा है."

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मौके पर पहुंचे एसपी और डीएसपी

वहीं इस हमले की सूचना मिलने के बाद एसपी विशालजीत सिंह, डीएसपी सतनाम सिंह और अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे. उन्होंने उस चर्च के गार्ड से भी बातचीत की. घटना से ईसाई समुदाय के लोगों में काफी गुस्सा है. ईसाई समुदाय के लोगों ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. 

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