अमेरिका के टेक्सास में 18 साल के विधार्थी ने स्कूल में 19 बच्चों को गोली मारी
Haryana Update: टेक्सास के युवाल्डे में रॉब एलिमेंट्री स्कूल में एक 18 वर्षीय युवक ने अंधाधुंध फायरिंग की। इस हमले में 19 स्टूडेंट और 2 टीचर की मौत हो गई। घटना के बाद राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में राष्ट्रपति बाइडेन ने कहा कि एक राष्ट्र के तौर पर हमें पूछना चाहिए कि गन लॉबी के खिलाफ हम कब खड़े होंगे और वो करेंगे जो हमें करना चाहिए। माता-पिता अपने बच्चे को कभी नहीं देख पाएंगे। बहुत सारी आत्माएं आज कुचली गई हैं। यह वक्त है जब हमें इस दर्द को एक्शन में बदलना है।
पुलिस अधिकारियों ने हमलावर को मारने का दावा किया है। अभी उसकी पहचान को लेकर कुछ भी साफ नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि हमलावर खुद भी स्टूडेंट है। टेक्सास के स्कूल में फायरिंग की यह घटना कनेक्टिकट में 2012 में हुई फायरिंग से मिलती हुई है। कनेक्टिकट के न्यूटाउन में सैंडी हुक एलिमेंट्री हाईस्कूल में 14 दिसंबर 2012 को 20 वर्षीय युवक ने फायरिंग की थी। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी, इनमें 20 बच्चे थे। यह अमेरिका के इतिहास की सबसे भयावह मास शूटिंग थी।
शूटर ने दूसरी, तीसरी और चौथी क्लास में पढ़ने वाले मासूम बच्चों को अपनी गोली का निशाना बनाया है। घटना के बाद अमेरिका में 4 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया है। जिस संदिग्ध को मारने का दावा पुलिस अधिकारी कर रहे हैं, वो युवाल्डे हाईस्कूल का छात्र बताया जा रहा है। हमलावर युवक अपना वाहन छोड़कर स्कूल में दाखिल हुआ। उसके पास एक हैंडगन और एक राइफल थी। टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट ने कहा कि संदिग्ध की पहचान सल्वाडोर रामोस के तौर पर हुई है और वो युवाल्डे का ही रहने वाला है। अधिकारियों ने कहा कि संदिग्ध ने स्कूल में फायरिंग से पहले अपनी दादी को भी शूट किया। उसकी दादी को एयरलिफ्ट किया गया है, वो जिंदगी और मौत से जूझ रही हैं। टेक्सास फायरिंग में मारे गए लोगों के शोक में अमेरिका में सभी सरकारी इमारतों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। अमेरिकी प्रेसिडेंट गोलीबारी की घटनाओं को लेकर राष्ट्र के नाम संदेश भी देंगे। वे क्वॉड समिट से लौटकर अमेरिका पहुंचे हैं और घटना की रिपोर्ट मांगी है।
सोशल मीडिया पर संदिग्ध की फोटो, पर आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। टेक्सास गवर्नर एबॉट ने जब बताया कि हत्यारे की पहचान सल्वाडोर रामोस के तौर पर हुई है, तब सोशल मीडिया पर एक युवक की फोटो वायरल हो गई। यह इंस्टाग्राम पेज सल्वाडोर रामोस का बताया जा रहा है। इस पर एक युवक की मोबाइल के साथ फोटो है। इसके अलावा पेज पर राइफल की फोटोज भी पोस्ट की गई हैं। बताया जा रहा है कि यही टेक्सास फायरिंग का संदिग्ध है। हालांकि, अभी तक इन फोटोज की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। यह इंस्टाग्राम पेज भी शूटिंग के कुछ ही देर बाद हटा दिया गया। हत्यारे की संदिग्ध तस्वीर मीडिया में आई है, लेकिन अधिकारी कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं। हत्यारे ने पहले हथियार खरीदा और फिर उसे इंस्टाग्राम पर भी पोस्ट किया। इधर, घटना के बाद स्कूल ने सभी पेरेंट्स से अपील की है कि वे अभी बच्चों को लेने न आएं। स्कूल की ओर से कहा गया है कि जब तक पुलिस की टीम पूरे इलाके को सुरक्षित नहीं कर लेती है, तब तक आप लोग न आएं। सभी बच्चों को स्कूल प्रशासन ने सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया है।
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने पुलिस से मांगी रिपोर्ट
जापान दौरे से लौटे (US President Joe Biden) अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इस पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। उनके प्रेस सलाहकार ने बताया कि बाइडेन ने पीड़ित परिवारों के लिए प्रार्थना की है।
(Kamala Harris) कमला हैरिस बोलीं- हममें एक्शन लेने का साहस होना चाहिए
अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने घटना पर दुख जताया। हैरिस ने कहा- अब बहुत हो गया, एक देश के तौर पर हमारे पास कार्रवाई करने का और एक स्टैंड लेने का साहस होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं फिर न हों, इसके लिए एक सही पब्लिक पॉलिसी बननी चाहिए।
2012 में हुई न्यूटाउन फायरिंग जैसी घटना
साल 2012 में अमेरिका के न्यू टाउन के सैंडी हुक स्कूल में भी ऐसी ही गोलीबारी हुई थी, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई थी। मरने वालों में 20 स्कूली बच्चे और 6 टीचर शामिल थे। 20 वर्षीय एडम लांजा नामक हत्यारे ने कत्लेआम को अंजाम दिया था। टेक्सास की घटना भी उस फायरिंग से मिलती-जुलती है। न्यूटाउन में एडम लांजा ने अपनी मां की हत्या करने के बाद स्कूल में अंधाधुंध गोलीबारी की थी। बाद में उसने खुद को भी गोली मार ली थी। टेक्सास फायरिंग में भी हमलावर ने स्कूल आने से पहले अपनी दादी को गोली मार दी थी।
हर साल बढ़ रही गोलीबारी की घटनाएं
इस साल में अब तक अमेरिका के 27 स्कूलों में गोलीबारी हो चुकी है। वहीं देशभर में गोलीबारी की 200 से ज्यादा घटनाएं सामने आ चुकी हैं। नेशनल गन वायलेंस मेमोरियल के आंकड़ों के मुताबिक, 2021 में अमेरिका में गोलीबारी के 693 मामले सामने आए। 2020 में 611 मामले और 2019 में गोलीबारी की 417 घटनाएं दर्ज की गई थीं। आंकड़ों से साफ जाहिर है कि अमेरिका में गोलीबारी के मामले हर साल बढ़ रहे हैं।