Fisheries: मछली पालन पर सरकार दे रही तकड़ी सब्सिडी, हर महीने होगी लाखों में कमाई, जाने डिटेल 

प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना से सब्सिडी मिलने के बाद और बड़े स्तर पर मछली पालन शुरू कर दिया. अब वे मछली पालन से साल में 4 से 5 लाख रुपये अर्न कर रहे हैं. उनकी मछलियों की सेलिंग दूसरे राज्यों में भी हो रही है.

 

Fisheries: देश के ग्रामीण इलाकों में किसान खेती के साथ-साथ मछली पालन भी करते हैं. इससे लाखों किसानों का आजीविका चल रही है. वहीं, देश में कई ऐसे भी परिवार हैं, जिनकी आय का मुख्य साधन मछली पालन ही है.

आज हम कुछ ऐसे शख्सियतों के बारे में बात करने जा रहे हैं, जो मछली पालन कर लाखों में कमाई कर रहे हैं. खास बात यह है कि ये शख्स अब दूसरे लोगों को भी मछली पालन की बारीकी सीखा रहे हैं.

एनबीटी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस शख्स का नाम बालवीर सेन है. ये झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जनपद स्थित चक्रधरपुर के रहने वाले हैं. पहले बालवीर सेन दूसरे राज्य में प्राइवेट नौकरी करते थे, लेकिन इससे उनका घर का खर्चा नहीं चल पा रहा था.

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ऐसे में उनके मन में बिजनेस करने का आइडिया आया. तभी दोस्तों में मछली पालन करने की सलाह दी. इसके बाद वे मछली पालन की जानकारी लेने के लिए जिला मत्स्य कार्यालय गए. यहां पर उन्होंने सरकार द्वारा चलाई जा रहीं योजनाओं के बारे में पूरी जानकारी हासिल की और घर आकर मछली पालन शुरू कर दिया.

मछली पालन करना फायदे का सौदा है

इसी तरह चाईबासा के रहने वाले राजकुमार मुंडा ने भी मछली पालन कर लोगों के सामने मिसाल पेश की है. राजकुमार मुंडा ने भी प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत ही मछली पालन शुरू किया है. ये भी बायोफ्लॉक तकनीक से मछली पालन कर रहे हैं.

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इनके कृत्रिम तालाब में कई प्रजाति की मछलियां है. उनका कहना है कि वे प्रत्येक टैंक से 5 से 6 क्विंटल मछली का प्रोडक्शन कर रहे हैं. इससे उन्हें लाखों रुपये की कमाई हो रही है. उनका कहना है कि वे मछली पालन के पैसे से ही अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे पा रहे हैं. राजकुमार मुंडा की माने तो मछली पालन करना फायदे का सौदा है.

मछलियों की सेलिंग दूसरे राज्यों में भी हो रही है

खास बात यह है कि मछली पालन की शुरुआत उन्होंने बायोफ्लॉक तकनीक से की थी. इसके बाद प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना से सब्सिडी मिलने के बाद और बड़े स्तर पर मछली पालन शुरू कर दिया. अब वे मछली पालन से साल में 4 से 5 लाख रुपये अर्न कर रहे हैं. उनकी मछलियों की सेलिंग दूसरे राज्यों में भी हो रही है.