Kisan Tips : इस चीज़ की खेती करने पर किसान हो जाएंगे मालामाल, बीज भी मिलेगा सस्ता 

इलायची एक ऐसा मसाला है जिसे बहुत कुछ बनाने में प्रयोग किया जाता है। यह मुख्य रूप से भोजन, कन्फेक्शनरी, पेय आदि बनाने और मिठाइयों में सुगंध देने के लिए किया जाता है। इसमें कई औषधीय गुण भी हैं। इसलिए इसकी बहुत मांग भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में है।
 

वहीं इसकी बिक्री भी उच्च मूल्य पर होती है। ऐसे में इसकी खेती बहुत फायदेमंद हो सकती है।

भारत में बहुत सारी इलायची की खेती की जाती है। अब तक, यह अधिकतर केरल, कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश और तमिलनाडु में उगाया जाता है। हालाँकि, यूपी-बिहार के कई किसानों ने अब इसे खेती में भी सफलतापूर्वक प्रयोग किया है। आइए जानते हैं कि इसे खेती कैसे शुरू करें।

Business Tips : खुद का खोलें पोस्ट ऑफिस और करें धड़ाधड़ कमाई


इलाइची का वातावरण कैसा होना चाहिए?
दोमट मिट्टी इलायची की खेती के लिए अच्छी है। यह काली मिट्टी और लैटेराइट मिट्टी में भी खेती की जा सकती है। इलायची के खेत में जल निकासी के अच्छे प्रबंधों की आवश्यकता होती है। इलायची को रेतीली मिट्टी पर नहीं लगाना चाहिए क्योंकि इससे नुकसान हो सकता है। इलायची की खेती के लिए 10 से 35 डिग्री का तापमान भी अच्छा है।

इलायची की खेती शुरू करने के लिए सबसे अच्छा समय बारिश है। जुलाई में आप इलायची के पौधे खेत में लगा सकते हैं। इस समय बारिश होने से सिंचाई की आवश्यकता कम हो जाती है। पौधों को छाया में ही लगाना चाहिए। तेज धूप गर्मी से इसकी पैदावार प्रभावित हो सकती है। इलायची के पौधे का तना 1 से 2 मीटर लंबा होता है। इसके पौधों के बीच एक से दो फीट का फासला होना चाहिए।