सिर्फ 25 हजार की लागत से शुरू करे ये खेती, एक बार बोने पर 7 साल तक मिलेगा मुनाफा
आज हम आपको एक ऐसी खेती के बारे में बताएंगे जिससे आप कम जमीन पर करके लाखों कमा सकते है, हम बात कर रहे है लेमन ग्रास की, इस फसल को तैयार होने में 6 महीने का वक्त लगता है, तो चलिए देखिए कैसे करे लेमन ग्रास की खेती.
Lemon Grass Farming: आज आप एक किसान है और आपको भी कुछ हटकर खेती करनी है, ताकि ज्यादा मुनाफा कमाया जा सके तो ये खबर आपके बेहद काम की है. दरअसल,
आज हम आपको एक ऐसी चीज के बिजनेस का आइडिया दे रहे हैं, जिसकी खेती करके आप अपनी आर्थिक स्थिति और भी ज्यादा मजबूत कर सके.
हम बात कर रहे हैं लेमन ग्रास (Lemon Grass Farming) की खेती की. अगर आप परंपरागत खेती से नुकसान झले रहे हैं तो यह शानदार बिजनेस आइडिया (Business Idea) करके देख सकते है. यहां जानेंगे कि लेमन ग्रास की खेती कैसे होती है...
लेमन ग्राम की खेती
बारिश का मौसम लेमन ग्रास की बुआई के लिए सबसे अच्छा वक्त होता है. इस समय खेतों में पानी और हवा में आद्रता खूब होती है. ऐसा मौसम इस फसल के लिए अनुकूल होगा है और इसमें पौधे बड़ी आसानी से बड़े होते हैं.
यह भी पढ़ें-Haryana Weather Update: हरियाणा में गर्मी की मार, पारा 40 डिग्री के पार, जानिए कब तक मिलेगी गर्मी से राहत
कमाएं मोटा मुनाफा
एक हेक्टेयर में एक बार में करीब 12-13 टन तक लेमनग्रास निकल जाती है. इस तरह आप साल भर में 60-65 टन पैदावार हासिल कर सकते हैं. एक टन घास से तकरीबन 5 लीटर तेल निकलता है, जो मार्केट में 1200-1500 रुपये प्रति लीटर बिकता है. इस तरह आप सालाना 4-5 लाख रुपये की कमाई लेमन ग्रास से कर सकते हैं.
इतनी आएगा खर्च
यह भी पढ़ें-Today Petrol Diesel Price: पेट्रोल-डीजल की नई रेट लिस्ट हुई जारी, देखिए अपने अपने शहरों का ताजा भाव
एक हेक्टेयर में लेमन ग्रास की खेती करने पर इसकी बुआई में आपको करीब 50 हजार रुपये की लागत आएगी. इसके बाद 6 से 7 साल तक की फुरसत. बुआई, कटाई, निराई-गुड़ाई मिलाकर आपको 20 से 25 हजार रुपये का खर्च आता है.
इस तरह आप इसती कम लागत में आसानी से 4 से 5 लाख रुपये मुनाफा कमा सकते हैं.
लेमन ग्रास की खेती से मिलेंगे कई फायदे
- सबसे बड़ा फायदा ये है कि लेमन ग्रास की खेती सूखे इलाकों में भी अच्छी होती है.
- इसे कम पानी में भी अच्छी फसल होती है.
- अच्छे रख-रखाव के लिए साल में 3-4 बार निराई-गुड़ाई करना ही काफी है.
- लेमनग्रास की खेती में एक ही बार खाद डालते हैं, बाद में इसकी जरूरत नहीं पड़ती.
- इस फसल में रोग भी बहुत कम लगते हैं, जिससे कीटनाशक पर खर्च नहीं करना पड़ता.
- इसकी पत्तियों का स्वाद कड़वा होता है, ऐसे में फसल जानवरों से बिल्कुल सुरक्षित रहती है.