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Vastu Tips : कभी ना पढ़ने वाला बच्चा भी बन सकता है टॉपर, अपनाएँ ये आसान सा तरीका

वास्तुशास्त्र के अनुसार, विद्यार्थी को पढ़ाते समय कुछ बातों का ध्यान रखने से उनका मन अधिक एकाग्र होता है। वह परीक्षाओं में भी अच्छे रिजल्ट्स लेता है।
 
Vastu Tips : कभी ना पढ़ने वाला बच्चा भी बन सकता है टॉपर, अपनाएँ ये आसान सा तरीका 
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वास्‍तु शास्‍त्र में आवश्यक नियम बताए गए हैं। यदि कोई इन वास् तु टिप् स का पालन करता है, तो वह अधिक सफलता, धन और खुशियां मिलेगी। वयस्कों और उनके पैरेंट्स अक्सर शिकायत करते हैं कि पढ़ने में एकाग्रता की कमी से मन कम लगता है या मेहनत के बावजूद भी उचित परिणाम नहीं मिलते। इस तरह की परिस्थितियों के लिए भी वास् तुशास्त्र कुछ महत्वपूर्ण सुझाव देता है। इन वास् तु टिप् स का पालन करने से बच्चे पढ़ाई में दिलचस्पी रखते हैं, जल्द ही चीजें याद करते हैं, कॉन्सेप्ट्स क्लियर करते हैं और परीक्षा-प्रतियोगिता में अच्छे नंबर लेते हैं। 

पढ़ने के लिए भाषण टिप्स 

- बच्चे का पढ़ने का कमरा सही दिशा में होना चाहिए, नहीं तो वह पढ़ने में रुचि नहीं लेगा और कड़ी मेहनत के बाद भी उसे पूरा लाभ नहीं मिलेगा। वास्तु नियमों के अनुसार, बच्चों का पढ़ने का कमरा या अध्ययन कक्ष हमेशा उत्तर, पूर्व या उत्तर-पूर्व दिशा में होना चाहिए, जिससे उनका चेहरा पूर्व या उत्तर दिशा में रहे। ऐसा करने से वह परेशान हो जाएगा।  

-स्‍टडी रूम को टॉयलेट से कभी नहीं लगाना चाहिए। ऐसा करने से उसका मन विचलित हो जाता है। 

- बच्चों की किताबें, पुस्तकों की अलमारी या रैक पूर्व या उत्तर दिशा में होनी चाहिए। ऐसा करने से सकारात्मक भावना पैदा होती रहती है। 

- यदि बच्चे को बेडरूम में ही पढ़ाई करनी होती है, तो उसकी स् टडी टेबल और किताबें पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम दिशा में होनी चाहिए, यानी नैऋत्य दिशा में। ध्यान दें कि बच् चे पढ़ते समय उसका चेहरा पूर्व या उत्तर दिशा में हो। 

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- वास् तुशास्त्र के अनुसार, ड्रॉइंग रूम में पढ़ाई करने वाले बच्चों की मेज, कुर्सी आदि को ईशान, उत्तर या उत्तर वायव्य कोण में रखना चाहिए। वहीं पुस्तकों को रैक आदि से पश्चिम या दक्षिण दिशा में रखना चाहिए। 

- टेबल लैंप को मेज पर रखने की सही दिशा टेबल की दक्षिण-पूर्व दिशा है। 

- सोते समय बच्चे का सिर हमेशा पश्चिम की ओर होना चाहिए, क्योंकि इससे उसे एक के बाद एक सफलताएं मिलती हैं। 

- विद्यार्थियों को पूर्व दिशा में बैठकर पढ़ना चाहिए जो प्रशासनिक सेवा, शिक्षा, रेलवे आदि सेवाओं में जाने की तैयारी कर रहे हैं। 

- वहीं बैंक, संगीत, गायन, मैनेजमेंट और अकाउंट पढ़ने वालों के लिए उच्च दिशा में बैठकर पढ़ना अच्छा रहेगा। 

- स्‍टडी  टेबल पर उत्तर-पूर्व या ईशान कोण में भगवान गणेश, सरस्वती, हनुमान या अपने अन्य प्रिय देवताओं का चित्र या छोटी मूर्ति लगाएं। उन्हें पढ़ाई शुरू करने से पहले करबद्ध प्रणाम दें, इससे आप तेजी से सफल होंगे। 

- वास्‍तु शास्‍त्र  में पढ़ाई करने वाले बच्चों के कमरे की दीवारों पर हल्का पीला, हल्का गुलाबी या हल्का हरा रंग लगाना सबसे अच्छा है।