RBI Update: होम लोन वालों के लिए खुशखबरी, 5 साल बाद घटेगी EMI
RBI पर नजरें क्यों?
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की मॉनिटरी पॉलिसी मीटिंग 5 फरवरी से 7 फरवरी तक चलेगी। इस बैठक में सभी की नजरें नए गवर्नर संजय मल्होत्रा पर होंगी, जो पॉलिसी रेट से जुड़े फैसले लेंगे। पिछले पांच वर्षों में रेपो रेट में किसी तरह की कटौती नहीं हुई है, लेकिन अब उम्मीद की जा रही है कि मिडिल क्लास को राहत देने के लिए RBI ब्याज दरों में कटौती कर सकता है।
क्या RBI घटाएगा रेपो रेट?
विशेषज्ञों के मुताबिक, इस बार RBI पॉलिसी रेट में 0.25% की कटौती कर सकता है। अगर ऐसा हुआ तो यह लगभग 5 साल बाद रेपो रेट में पहला बदलाव होगा। आखिरी बार मई 2020 में रेपो रेट में कटौती की गई थी, लेकिन मई 2022 से फरवरी 2023 के बीच इसमें 2.50% की बढ़ोतरी हुई और यह 6.50% पर पहुंच गया। अब अगर इसमें कटौती होती है, तो इससे कर्जदारों को सीधा फायदा मिलेगा।
रेपो रेट घटने से EMI पर असर
अगर RBI रेपो रेट कम करता है, तो इससे सीधे तौर पर ब्याज दरों में कमी आएगी और लोन सस्ते होंगे।
- होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन की EMI कम हो जाएगी।
- EMI कम होने से लोगों के पास ज्यादा पैसा बचेगा, जिससे उनकी खर्च करने की क्षमता बढ़ेगी।
- इससे रियल एस्टेट, ऑटोमोबाइल और कंज्यूमर सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा।
क्यों घट सकती हैं ब्याज दरें?
- बजट में इनकम टैक्स में कटौती के बाद लोगों के पास खर्च करने के लिए ज्यादा पैसा होगा, जिससे अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
- RBI पहले ही नकदी बढ़ाने के उपाय कर चुका है, जिससे बाजार में सकारात्मक बदलाव आया है।
- अगर रेपो रेट में कमी होती है, तो इससे अर्थव्यवस्था को और अधिक मजबूती मिलेगी, जिससे उपभोक्ता खरीदारी के लिए प्रेरित होंगे।
क्या RBI इस बार मिडिल क्लास को देगा तोहफा?
अब सबकी नजरें 7 फरवरी को होने वाले पॉलिसी रेट ऐलान पर टिकी हैं। अगर रेपो रेट घटता है, तो यह ब्याज दरों में राहत का संकेत होगा, जिससे लाखों लोगों की EMI कम हो सकती है। हालांकि, अंतिम फैसला RBI की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की बैठक के बाद ही सामने आएगा।