Free Boring Yojana: हरियाणा के किसानों की हो गई मौज! अब फ्री में होगा बोर, जानिए कैसे
इस योजना के तहत हरियाणा सरकार 70 मीटर गहराई के लिए 328 रुपये प्रति मीटर की दर से 15,000 रुपये की सब्सिडी देगी।
Haryana Update, New Delhi: सरकार किसानों को सिंचाई उपकरणों और उपकरणों पर सब्सिडी देती है ताकि उनकी फसलों को सिंचाई करने में कोई परेशानी न हो। सिंचाई संसाधनों और उपकरणों पर सरकार 90 प्रतिशत तक सब्सिडी देती है। राज्य के किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए खेतों में बोरिंग कराने पर 100 प्रतिशत अनुदान दिया जा रहा है।
निःशुल्क बोरिंग कार्यक्रम अनुदान
किसानों को निःशुल्क बोरिंग पर पूरी तरह से अनुदान मिलेगा। ऐसे में किसान को इस योजना के तहत अपने खेत में बोरिंग कराने के लिए बाहर से कोई पैसा नहीं देना पड़ेगा। सरकार इसके पूरे खर्च का भुगतान करेगी। इसके अलावा, पंपसेट व्यवस्था के लिए किसानों को ऋण और सब्सिडी भी दी जाएगी।
100 मीटर की गहराई पर 597 रुपये प्रति मीटर की दर से 35,000 रुपये तक की सब्सिडी दी जाएगी। योजना में छोटे और सीमांत किसानों (अनुसूचित जाति और जनजाति) को प्राथमिकता दी जाएगी।
क्या शर्तें और नियम होंगे?
आवेदक राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए।
किसान को कम से कम चालिस डिसमिल जमीन मिलनी चाहिए।
किसान का खेत 70 से 100 मीटर गहरा होना चाहिए।
निःशुल्क बोरिंग पर अनुदान का लाभ एक बार ही मिलेगा।
डाउनलोड कैसे करें
यूपी सरकार के लघु सिंचाई विभाग की आधिकारिक वेबसाइट https://minorirrigationup.gov.in/ पर इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको आवेदन करना होगा।
लघु सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश की वेबसाइट पर पहुंचने के बाद आपको होम पेज पर योजनाओं के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
अब सिंचाई विभाग की बोरिंग योजनाओं का विवरण आपके सामने होगा। इसमें डीप बोरिंग, मीडियम डीप बोरिंग और शैलो बोरिंग के अलावा अन्य विकल्प खुलेंगे।
अपनी आवश्यकतानुसार आपको विकल्प चुनना होगा। योजना का विकल्प चुनने के बाद आपको आवेदन करने से पहले सभी निर्देश पढ़ना होगा।
अब आपको यहां नीचे आवेदन पत्र का भी विकल्प मिलेगा। आप इसे खोलें, आवेदन पत्र डाउनलोड करें और इसे प्रिंट करें। अब इस फॉर्म में पूछे जाने वाले सभी विवरण भरें।
इसके अलावा, फॉर्म में आवश्यक सभी आवश्यक दस्तावेजों को भी संलग्न करें। अब पूरी तरह से भरकर इस फॉर्म को सिंचाई विभाग में भेजें।