Haryana Congress के सीनियर नेताओं के साथ राहुल गांधी (Rahul Gandhi) करेंगे अहम बैठक, कहीं टूट तो नही रही पार्टी?
राहुल गांधी ने 25 मार्च को दिल्ली (Delhi) में हरियाणा (Haryana) में सभी कांग्रेस नेताओं को एकजुट होकर सत्तारूढ़ भाजपा और अन्य दलों से लड़ने के लिए एक बैठक बुलाई है.
सभी नेताओं से लेंगे सुझाव
राज्य में कांग्रेस (Congress) को और मजबूत करने के लिए राहुल (Rahul Gandhi) सभी नेताओं से एक-एक कर सुझाव लेंगे. संगठन को धरातल पर उतारने पर भी चर्चा होगी. सात साल से अधिक समय से राज्य में कांग्रेस का कोई संगठन नहीं है.
जिला व प्रखंड अध्यक्ष भी नहीं बनाए गए हैं. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर (Ashok Tanwar) के समय में भी संगठन नहीं बन पाया था और अब शैलजा (Selja) के दो साल से अधिक के कार्यकाल में भी यही स्थिति है.
नेताओं को बुलाया जाएगा दिल्ली (Why Haryana Congress Leaders called to Delhi)
राज्य के बड़े नेताओं में छत्तीस का आंकड़ा किसी से छिपा नहीं है. सभी बड़े नेताओं की अलग-अलग आवाजें और रास्ते हैं, जिससे पार्टी लगातार कमजोर होती जा रही है. प्रदेश को लेकर कांग्रेस आलाकमान लगातार फीडबैक जुटा रहा है.

इसे देखते हुए सभी नेताओं को दिल्ली बुलाया जाएगा और एकता का पाठ पढ़ाया जाएगा. भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupender Singh Hooda) इससे पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से भी मिल चुके हैं. हुड्डा समर्थक चाहते हैं कि संगठन का नेतृत्व विधायक भूपेंद्र या दीपेंद्र के हाथ में हो.
बता दें कि साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में हरियाणा की 90 सीटों पर कांग्रेस ने 31 सीटों पर जीत हासिल की थी. जबकि हरियाणा चुनाव में बीजेपी (BJP Haryana) ने 40 और जजपा (जननायक जनता पार्टी) ने 10 सीटें जीती थीं. बहरहाल, अब हरियाणा के आगामी विधानसभा चुनाव में पंजाब को जिताने वाली आम आदमी पार्टी (आप) की भी एंट्री होने वाली है. आप पार्टी इस चुनाव में सभी पार्टियों का गणित बिगाड़ सकती है.
कांग्रेस (Congress) को है पार्टी टूटने का डर (Is Congress afraid of breaking the party in Haryana?)
हरियाणा के पड़ोसी राज्य पंजाब (Punjab) मे आम आदमी पार्टी (AAP) द्वारा ऐतिहासिक जीत दर्ज करने के बाद और आम आदमी पार्टी का हरियाणा (Haryana) में जोरो शोरों से चुनाव प्रचार करने की वजह से हरियाणा की सभी पार्टियों में हलचल पैदा हो गई है. जिस वजह से कांग्रेस (Congress) ने भी पहले से ही अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है.
यही वजह है कि कांग्रेस ने अपने नेताओं को मनाने के लिए बातचीत शुरू कर दी है. ताकि बाद में किसी भी तरह से कांग्रेस को हार का सामना ना करना पड़े और पंजाब कांग्रेस जैसा हाल हरियाणा में ना हो जाए. यही डर राहुल गांधी को सताने लगा है.

ये नेता रहेंगे मौजूद
इस बैठक में राहुल सभी बड़े नेताओं से चर्चा करेंगे. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा, नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा, प्रभारी विवेक बंसल, राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला, विधायक किरण चौधरी, सांसद दीपेंद्र हुड्डा, कांग्रेस ओबीसी विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैप्टन अजय यादव समेत कई नेता शामिल होंगे.