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हरियाणा सरकार की नई सख्ताई भरी योजना, इन परिवारों के स्वत कटेंगे रासन कार्ड और पेंशन !

Ration card: परिवार पहचान पत्र यानि फैमिली आईडी के वेरीफिकेशन में जहां कई परिवारों की पेंशन और अन्य सरकारी योजनाएं हुई थी बंद. पढ़े पूरी खबर...
 
हरियाणा सरकार की नई सख्ताई भरी योजना, इन परिवारों के स्वत कटेंगे रासन कार्ड और पेंशन !

Ration card: परिवार पहचान पत्र यानि फैमिली आईडी के वेरीफिकेशन में जहां कई परिवारों की पेंशन और अन्य सरकारी योजनाएं बंद हुई थीं वहीं अब बीपीएल श्रेणी से जुड़ने के लिए सालों से चक्कर काट रहे गरीब परिवारों के लिए राहत भरी खबर है।

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अब उनको बीपीएल यानि पीला राशन कार्ड बनवाने के लिए कहीं धक्के खाने की जरूरत नहीं है। अगर फैमिली आईडी में उनके परिवार की इनकम एक लाख 80 हजार रुपये हैं तो वे अब बीपीएल राशन कार्ड धारक बन गए हैं।

VC के जरिए बताया 

वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि परिवार पहचान पत्र के तहत 1 लाख 80 हजार रुपये से कम आय वाले परिवारों की वेरिफिकेशन का कार्य चल रहा है। सर्वे में जिन परिवारों की आय ज्यादा होगी, उनके राशन कार्ड स्वत: ही कट गए हैं।

कुरुक्षेत्र से की शुरुआत 

सरकार ने स्वत: ही उनको बीपीएल परिवार मान लिया है। इसकी शुरूआत गुरुवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में सिरसा और कुरुक्षेत्र जिला से कर दी है। सिरसा में अब फैमिली आईडी के आधार पर 49 हजार 900 परिवार नए बीपीएल राशन कार्ड के हकदार हो गए हैं। उन्हें विभाग अब खुद पीला राशन कार्ड जारी करेगी।


उन्हें अप्रैल महीने से ही राशन मिलना शुरू हो गया है। अब जिले में बीपीएल यानि पीला कार्ड धारकों की संख्या 1 लाख 20 हजार से बढ़कर 1 लाख 60 हजार के करीब पहुंच चुकी है।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अब प्रदेश में मुख्यमंत्री अंत्योदय परिवार उत्थान योजना के तहत प्रत्येक पात्र व्यक्तियों को विभिन्न सरकारी जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ स्वत: ही मिलना शुरू हो गया है।

इस योजना के तहत सभी योजनाएं परिवार पहचान-पत्र से जोड़ी जा रही हैं। मुख्यमंत्री चंडीगढ में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम के दौरान वर्चुअल माध्यम से सभी जिलों में आयोजित कार्यक्रम से जुड़े हुए थे। उन्होंने कहा कि पीपीपी के माध्यम से व्यवस्था परिवर्तन में बड़ा बदलाव आएगा।

वेरिफिकेशन 
जिला में जहां गरीब परिवारों को बीपीएल श्रेणी में जुड़ने का लाभ मिला है। वहीं ऐसे परिवारों को नुकसान भी हुआ है। जो बीपीएल ना होकर भी गरीब लोगों को मिलने वाली राशन सेवा का अब तक लाभ लेते आ रहे थे।
विभाग का दावा है कि फैमिली आईडी से की गई वेरीफिकेशन के आधार पर उनके पास 10 हजार परिवारों के नाम आए हैं।
जिनकी आय एक लाख 80 हजार रुपये से अधिक है। वे गरीबी रेखा से ऊपर होने के बाद भी बीपीएल कार्ड धारक बने हुए थे। उनके कार्ड अब काट दिए गए हैं।
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