Bank account update:- जानिए क्या है Savings और Current Account , देखे पुरी डिटेल
Haryana Update:- लेकिन दोनों के फीचर्स बहुत अलग हैं। लोग अक्सर सेविंग्स और करंट अकाउंट को नहीं जानते, क्योंकि वे उनके फीचर्स के बारे में बहुत कुछ नहीं जानते। आइए जानते हैं इनका अंतर।
saving Account
इसे बचत खाता कहते हैं। ये अकाउंट बचत करने के कारण कोई भी व्यक्ति खुलवा सकता है। समय-समय पर बैंक इसमें जो भी रकम जमा होती है, उस पर ब्याज देता है। सैलरी पाने वाले लोगों और कर्मचारियों दोनों ने सेविंग्स अकाउंट बनाए हैं।
current Account
इसे चालू खाता कहते हैं। यह डिपॉजिट और ट्रांजैक्शन कर सकता है, लेकिन ब्याज नहीं देता। यह सेविंग् स अकाउंट की तरह है। ग्राहक जो अक्सर पैसे लेते हैं, उनके पास करंट बैंक अकाउंट होता है। व्यापार के लिए अधिकतर खुले हैं। स्टार्टअप, पार्टनरशिप फर्म, पीएलए, प्राइवेट लिमिटेड कंपनी, पब्लिक लिमिटेड कंपनी और अन्य नामों को भी खुलवा सकते हैं। इसमें सेविंग् स अकाउंट की तरह कई नियम नहीं हैं।
सेविंग्स व करंट अकाउंट की विशेषताओ के बारे में जानें
सेविंग्स व करंट अकाउंट दोनों में न्यूनतम बैलेंस चाहिए। आपको सैलरी अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस व सेविंग्स अकाउंट में जीरो बैलेंस रखने की सुविधा मिलती है, लेकिन करंट अकाउंट में ये सुविधाएं नहीं मिलती। साथ ही, सेविंग्स अकाउंट का न्यूनतम बैलेंस करंट अकाउंट से थोड़ा अधिक होता है।
सावधि अकाउंट में एक महीने में किए जाने वाले भुगतान की सीमा नहीं होती, लेकिन करंट अकाउंट में है। जबकि करंट अकाउंट में कोई सीमा नहीं है, सेविंग अकाउंट में सबसे अधिक रकम रखने की सीमा है।
सेविंग्स अकाउंट में जमा पर ब्याज मिलता है और ग्राहक को ब्याज के रूप में होने वाली आय टैक्स (Income Tax) के दायरे में आता है. करंट अकाउंट में कोई ब्याज नहीं मिलता, इसलिए ये टैक्स के दायरे से बाहर हैं।