Twin Tower Demolished: क्या बनेगा ट्विन टावर की जगह पर मंदिर और पार्क
Haryana Update: Twin Tower Demolished: ट्विन टावर की जमीन के इस्तेमाल को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। सुपरटेक लिमिटेड यहां एक अन्य रेसिडेंशियल प्रोजेक्ट पर काम करना चाहता है। कंपनी ने बताया कि इसके लिए नोएडा अथॉरिटी से मंजूरी और एमराल्ड कोर्ट के होमबॉयर्स की सहमति मिलने का इंतजार है।

एक अन्य आवासीय परियोजना
सुपरटेक लिमिटेड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर आरके अरोड़ा ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि एमराल्ड कोर्ट सोसाइटी के घर खरीदारों से सहमति के बाद उस जमीन का एक अन्य आवासीय परियोजना के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।वहीं उन्होंने कहा कि नोएडा में ध्वस्त किए गए ट्विन टावर्स- एपेक्स और सेयेन, नोएडा प्राधिकरण द्वारा आवंटित भूमि पर निर्मित सेक्टर-93 ए में एमराल्ड कोर्ट प्रोजेक्ट का एक हिस्सा हैं।
related news

95 फीसदी के पैसे लौटा दिए
उन्होंने आगे कहा कि ट्विन टावर सहित प्रोजेक्ट के ब्लिडिंग प्लान को 2009 में नोएडा अथॉरिटी ने अप्रूव किया था, जो कि उस वक्त के भवन नियमों के अनुसार था। बता दें कि रविवार को दोपहर 2.30 बजे 9 सेकेंड में ट्विन टावरों को ध्वस्त कर दिया गया था। सुपरटेक के एमडी ने बताया कि ट्विन टावर में घर खरीदने वालों में 95 फीसदी के पैसे लौटा दिए गए हैं। उन्होंने कहा, 'पांच फीसदी जो लोग बचे हैं, उन्हें हम प्रॉपर्टी दे रहे हैं या फिर ब्याज के साथ धन वापस कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पूरा पालन किया जा रहा है।'
related news

भव्य मंदिर का निर्माण
वहीं आरडब्ल्यूए की मीटिंग में यह फैसला लिया गया है कि वहां पर एक भव्य मंदिर का निर्माण कराया जाएगा। जहां पर रामलला और भोलेनाथ के साथ अन्य भगवान की मूर्तियों को स्थापित किया जाएगा। साथ ही साथ बच्चों को खेलने के लिए एक बड़ा पार्क पर बनाया जाएगा, जिसमें हरियाली पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।