Mutual Fund Loan :- लोन लेने से पहले जान ले उससे जुड़ी तमाम शर्तें, तुरंत जानें
Haryana Update :- म्यूचुअल फंड से लोन लेने पर आपको प्रोसेसिंग फीस से लेकर ब्याज तक का भुगतान किया जाता है। अगर आप म्यूचुअल फंड से लोन ले रहे हैं तो आपको इसके बारे में बहुत कुछ जानना चाहिए।
बता दें कि म्यूचुअल फंड के तहत लोन 18 वर्ष से कम उम्र के लोगों को नहीं दिया जाता है। बैंक या फाइनेंशियल संस्थान के लोन पर टेन्योर और ब्याज दर बैंक की तरफ से निर्धारित की जाती है। साथ ही, क्रेडिट स्कोर सहित अन्य कारकों से लोन की रकम निर्भर करती है। व्यक्तिगत निवेशकों को एनआरआई, कंपनी, HUF, ट्रस्ट और अन्य म्यूचुअल फंड से लोन मिल सकता है।
म्यूचुअल फंड लोन क्या है?
जैसा कि नाम से ही पता चलता है, म्यूचुअल फंड पर लोन एक क्रेडिट सुविधा है जिसे आप अपनी म्यूचुअल फंड यूनिट्स को गिरवी रखकर प्राप्त कर सकते हैं। आपको म्यूचुअल फंड के बदले लोन लेने पर कंपनियों को बेचना नहीं होता है। इससे कम समय में धन की आवश्यकता पूरी हो जाती है। बेकार पड़े म्यूचुअल फंड में निवेश करना लाभदायक है। म्यूचुअल फंड पर लिए गए कर्ज पर ब्याज दर म्यूचुअल फंड से काफी कम होती है।
कितना लोन ले सकते हैं
इक्विटी म्यूचुअल फंड में आपको नेट एसेट वैल्यू का 50 प्रतिशत तक लोन मिल सकता है। फिक्स्ड आय वाले म्यूचुअल फंडों पर 70–80% लोन मिल सकता है। आपको किसी बैंक या वित्तीय संस्था से म्युचुअल फंड पर लोन लेना होगा। कई जगहों पर ऑनलाइन आवेदन करने की भी सुविधा है। ऑनलाइन अप्लाई करना बहुत आसानी से होता है और आपको लोन जल्दी मिलता है।
क्या ब्याज का मूल्य है?
म्यूचुअल फंड पर लोन लेना आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है, पारंपरिक लोन की तुलना में। हम इनकी ब्याज दरों की तुलना करें तो एसबीआई पर्सनल लोन की ब्याज दर फिलहाल 11 प्रतिशत से शुरू होती है। एसबीआई म्यूचुअल फंड पर भी लोन की ब्याज दर 8.50 प्रतिशत से शुरू होती है। इसी तरह, बाकी बैंकों और वित्तीय संस्थाओं की ब्याज दरों में भी अंतर देख सकते हैं।