Home Loan Rate: अब सस्ता हो गया होम लोन, जानिए! 20 साल के लोन पर EMI कितनी होगी?
यह कटौती फरवरी 2025 से लागू हुई है। इससे पहले RBI ने मई 2022 से फरवरी 2023 तक लगातार रेपो रेट में वृद्धि की थी, और फिर थोड़े समय तक इसे स्थिर रखा था। इस नए बदलाव ने घर खरीदने वालों के लिए किफायती लोन की सुविधा फिर से शुरू कर दी है।
होम लोन की ब्याज दरों में कमी का मतलब
होम लोन की ब्याज दरों में कमी का मतलब होता है कि आप जो भी लोन लेते हैं, उसकी मासिक किस्तें (EMI) कम हो जाएंगी। इसका मतलब साफ है कि अब घर खरीदना पहले से ज्यादा आसान और किफायती हो गया है।
हालांकि, होम लोन की ब्याज दरें हर बैंक और लोन योजना के हिसाब से अलग-अलग होती हैं। इसके अलावा, आपकी क्रेडिट स्कोर, इनकम और लोन एलिजिबिलिटी भी ब्याज दर तय करने में अहम भूमिका निभाती है।
क्रेडिट स्कोर की अहमियत
जब आप होम लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो बैंक सबसे पहले आपके क्रेडिट स्कोर को जांचते हैं। क्रेडिट स्कोर एक ऐसा नंबर होता है जो आपकी वित्तीय आदतों और लोन चुकाने की क्षमता को दर्शाता है।
अगर आपका क्रेडिट स्कोर 750 या उससे ऊपर है, तो इसे अच्छा माना जाता है, और ऐसे ग्राहक को कम ब्याज दर पर लोन मिलना आसान होता है। वहीं, 750 से नीचे क्रेडिट स्कोर होने पर बैंक अधिक ब्याज दर वसूल सकते हैं, क्योंकि ऐसे ग्राहकों में जोखिम अधिक माना जाता है।
इसलिए, होम लोन लेने से पहले अपना क्रेडिट स्कोर चेक कर लेना और उसे बेहतर बनाना बहुत जरूरी होता है।
सरकारी बैंकों में होम लोन की ब्याज दरें
आइए अब बात करते हैं कुछ प्रमुख सरकारी बैंकों की होम लोन ब्याज दरों की, जो वर्तमान समय में उपलब्ध हैं। BankBazaar के आंकड़ों के मुताबिक, ये ब्याज दरें ग्राहकों को बाजार की प्रतिस्पर्धा के हिसाब से बेहतर रेट प्रदान करती हैं।
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केनरा बैंक में होम लोन की न्यूनतम ब्याज दर 7.80% है। अगर आप इस ब्याज दर पर 20 साल के लिए 30 लाख रुपये का लोन लेते हैं, तो आपको हर महीने करीब ₹24,720 की EMI चुकानी होगी।
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यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की न्यूनतम ब्याज दर 7.85% है। इसी रेट पर 20 साल के लिए 30 लाख का लोन लेने पर EMI लगभग ₹24,810 आती है।
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इंडियन ओवरसीज बैंक 7.90% की न्यूनतम दर पर होम लोन देता है। 20 साल के लिए 30 लाख का लोन लेने पर आपकी मासिक किश्त ₹24,900 के करीब होगी।
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देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), 8% की न्यूनतम ब्याज दर पर होम लोन उपलब्ध कराता है। SBI से 30 लाख का लोन 20 साल की अवधि के लिए लेने पर आपकी EMI ₹25,080 तक हो सकती है।
इन ब्याज दरों में थोड़ा-बहुत बदलाव हो सकता है, लेकिन कुल मिलाकर ये बैंक ग्राहकों को बेहतर और सस्ते लोन देने की कोशिश कर रहे हैं।
2025 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अपनी मौद्रिक नीति में बदलाव करते हुए रेपो रेट में दो बार कटौती की है। कुल मिलाकर 50 बेसिस प्वाइंट की यह कमी रेपो रेट को 6.5% से घटाकर 6% तक ले आई है। इस बदलाव का सीधा असर होम लोन की ब्याज दरों पर पड़ा है, जिससे अब होम लोन की ब्याज दरें 8% से नीचे आ गई हैं।
यह कटौती फरवरी 2025 से लागू हुई है। इससे पहले RBI ने मई 2022 से फरवरी 2023 तक लगातार रेपो रेट में वृद्धि की थी, और फिर थोड़े समय तक इसे स्थिर रखा था। इस नए बदलाव ने घर खरीदने वालों के लिए किफायती लोन की सुविधा फिर से शुरू कर दी है।
होम लोन की ब्याज दरों में कमी का मतलब
होम लोन की ब्याज दरों में कमी का मतलब होता है कि आप जो भी लोन लेते हैं, उसकी मासिक किस्तें (EMI) कम हो जाएंगी। इसका मतलब साफ है कि अब घर खरीदना पहले से ज्यादा आसान और किफायती हो गया है।
हालांकि, होम लोन की ब्याज दरें हर बैंक और लोन योजना के हिसाब से अलग-अलग होती हैं। इसके अलावा, आपकी क्रेडिट स्कोर, इनकम और लोन एलिजिबिलिटी भी ब्याज दर तय करने में अहम भूमिका निभाती है।
क्रेडिट स्कोर की अहमियत
जब आप होम लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो बैंक सबसे पहले आपके क्रेडिट स्कोर को जांचते हैं। क्रेडिट स्कोर एक ऐसा नंबर होता है जो आपकी वित्तीय आदतों और लोन चुकाने की क्षमता को दर्शाता है।
अगर आपका क्रेडिट स्कोर 750 या उससे ऊपर है, तो इसे अच्छा माना जाता है, और ऐसे ग्राहक को कम ब्याज दर पर लोन मिलना आसान होता है। वहीं, 750 से नीचे क्रेडिट स्कोर होने पर बैंक अधिक ब्याज दर वसूल सकते हैं, क्योंकि ऐसे ग्राहकों में जोखिम अधिक माना जाता है।
इसलिए, होम लोन लेने से पहले अपना क्रेडिट स्कोर चेक कर लेना और उसे बेहतर बनाना बहुत जरूरी होता है।
सरकारी बैंकों में होम लोन की ब्याज दरें
आइए अब बात करते हैं कुछ प्रमुख सरकारी बैंकों की होम लोन ब्याज दरों की, जो वर्तमान समय में उपलब्ध हैं। BankBazaar के आंकड़ों के मुताबिक, ये ब्याज दरें ग्राहकों को बाजार की प्रतिस्पर्धा के हिसाब से बेहतर रेट प्रदान करती हैं।
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केनरा बैंक में होम लोन की न्यूनतम ब्याज दर 7.80% है। अगर आप इस ब्याज दर पर 20 साल के लिए 30 लाख रुपये का लोन लेते हैं, तो आपको हर महीने करीब ₹24,720 की EMI चुकानी होगी।
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यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की न्यूनतम ब्याज दर 7.85% है। इसी रेट पर 20 साल के लिए 30 लाख का लोन लेने पर EMI लगभग ₹24,810 आती है।
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इंडियन ओवरसीज बैंक 7.90% की न्यूनतम दर पर होम लोन देता है। 20 साल के लिए 30 लाख का लोन लेने पर आपकी मासिक किश्त ₹24,900 के करीब होगी।
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देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), 8% की न्यूनतम ब्याज दर पर होम लोन उपलब्ध कराता है। SBI से 30 लाख का लोन 20 साल की अवधि के लिए लेने पर आपकी EMI ₹25,080 तक हो सकती है।
इन ब्याज दरों में थोड़ा-बहुत बदलाव हो सकता है, लेकिन कुल मिलाकर ये बैंक ग्राहकों को बेहतर और सस्ते लोन देने की कोशिश कर रहे हैं।
रेपो रेट कटौती से क्यों हुआ फायदा?
रेपो रेट वह दर होती है जिस पर RBI कमर्शियल बैंकों को पैसा उधार देता है। जब RBI रेपो रेट कम करता है, तो बैंकों के लिए पैसा सस्ता हो जाता है। इसका फायदा वे ग्राहकों को कम ब्याज दर पर लोन देकर देते हैं।
इसलिए जब RBI ने 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती की, तो होम लोन की ब्याज दरें भी 8% से नीचे आ गईं। इसका मतलब ये है कि अब घर खरीदना ज्यादा किफायती हो गया है और ज्यादा लोग आसान किस्तों पर घर लेने में सक्षम होंगे।
होम लोन लेते वक्त ध्यान रखने वाली बातें
होम लोन लेने से पहले कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए:
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क्रेडिट स्कोर — जैसा कि ऊपर बताया, आपका क्रेडिट स्कोर जितना बेहतर होगा, उतना ही कम ब्याज दर पर लोन मिल सकता है।
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लोन की अवधि — जितनी लंबी अवधि होगी, मासिक किस्तें कम होंगी, लेकिन कुल ब्याज अधिक देना होगा।
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ब्याज दर प्रकार — फ्लोटिंग या फिक्स्ड ब्याज दर चुनते वक्त अपनी जरूरत और बाजार की स्थिति का ध्यान रखें।
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अतरिक्त शुल्क — कई बार बैंक प्रोसेसिंग फीस, प्री-पेमेंट चार्ज जैसी फीस भी लगाते हैं, जो आपके लोन की कुल लागत बढ़ा सकती हैं।
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बैंक की प्रतिष्ठा और सेवा — लोन देने वाले बैंक की विश्वसनीयता और ग्राहक सेवा भी महत्वपूर्ण होती है।
किस प्रकार का होम लोन आपके लिए सही रहेगा?
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फिक्स्ड रेट लोन: इसमे ब्याज दर लोन की अवधि के दौरान स्थिर रहती है। अगर आप भविष्य में दर बढ़ने का खतरा नहीं लेना चाहते, तो यह बेहतर विकल्प हो सकता है।
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फ्लोटिंग रेट लोन: इसमें ब्याज दर समय-समय पर बाजार के हिसाब से बदलती रहती है। अगर दरें घटती हैं तो आपका ब्याज कम होगा, लेकिन बढ़ने पर अधिक देना पड़ सकता है।
होम लोन के साथ बजट कैसे बनाएं?
घर खरीदना एक बड़ा फैसला होता है और लोन लेना भी। इसलिए आपको अपनी मासिक आय और खर्चों का पूरा ध्यान रखते हुए ही लोन लेना चाहिए।
आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपकी EMI आपकी मासिक आमदनी का 30-40% से ज्यादा न हो। इससे आपकी बाकी की जरूरतें भी पूरी हो सकेंगी और वित्तीय दबाव भी नहीं बढ़ेगा।