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शिवसेना नेता के सुधीर सूरी के बेटे ने हत्याकांड के पीछे गैंगस्टर अमृतपाल सिंह का लिया नाम

बीते दिनों कुछ हिंदू देवी-देवताओं की टूटी हुई प्रतिमाएं कथित तौर पर सड़क किनारे पाई गई थीं, जिसे सुधीर सूरी ने बेअदबी का कृत्य बताया था. वह इसे लेकर शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक मजीठा रोड पर गोपाल मंदिर के प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. तभी 31 वर्षीय संदीप सिंह कथित तौर पर दिनदहाड़े गोली मारकर सूरी की हत्या कर दी.
 
शिवसेना नेता के सुधीर सूरी के बेटे ने हत्याकांड के पीछे गैंगस्टर अमृतपाल सिंह का लिया नाम

पंजाब के अमृतसर में शिवसेना (टकसाली) के नेता सुधीर सूरी की गोली मारकर हत्या के बाद से शहर में माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है. वहीं शिवसेना नेता के बेटे माणिक सूरी ने इस हत्याकांड के पीछे गैंगस्टर अमृतपाल सिंह को जिम्मेदार ठहराया है. इसके साथ ही उसने सरकार से इस मामले की सीबीआई जांच कराने और अपने पिता को शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग की है.

समाचार एजेंसी एएनआई क मुताबिक माणिक ने कहा, ‘घटना से एक रात पहले धमकी भरा फोन आया था. मेरे पिता को यूके से फोन आया. फोन करने वाले ने अपना परिचय अमृतपाल सिंह बताया और कहा कि वह कुछ लोगों को भेज रहा है और उसका सौदा हो गया है… यह हत्या पूरी तरह योजनाबद्ध थी, उनको 4 गोलियां मारी गईं.

 

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परिवार को पुख्ता सुरक्षा मुहैया कराने की मांग


माणिक सूरी का आरोप है कि उसे पाकिस्तान के नंबरों से भी धमकी भरे कॉल आ रहे हैं. उन्होंने News18 हिन्दी से बातचीत में कहा, ‘मुझे पाकिस्तान के नंबरों से धमकी भरे कॉल आए हैं.

हमने डीजीपी को बताया है और लिखित में भी दिया है हमें और परिवार को. पुख्ता सुरक्षा मुहैया कराया जाए. जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, हम उनका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे.’


पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की मांग


माणिक कहते हैं, ‘इतनी सुरक्षा के बीच हमारे पिता को मार दिया गया. यह पुलिस का फेलियर है. पंजाब पुलिस के वो अधिकारी बर्खास्त होना चाहिए जो मौके से भाग गए.’

वहीं मृतक सुधीर सूरी के भाई ब्रजमोहन ने सरकार से इस मामले की CBI जांच कराने और दिवंगत शिवसेना नेता को शहीद का दर्जा दिए जाने की मांग की. उन्होंने बातचीत में कहा, ‘ये खालिस्तानी आतंकियों का काम है पूरा.

हम इस मामले की सीबीआई जांच चाहते हैं. मेरे भाई को शहीद का दर्जा दिया जाए और जो पुलिसकर्मी भागे उन्हें बर्खास्त किया जाए. वरना परिवार के सारे सदस्य बारी-बारी से आत्मदाह करेंगे.

हिंदू देवी-देवताओं की बेअदबी के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे सुधीर सूरी


दरअसल, बीते दिनों कुछ हिंदू देवी-देवताओं की टूटी हुई प्रतिमाएं कथित तौर पर सड़क किनारे पाई गई थीं, जिसे सुधीर सूरी ने बेअदबी का कृत्य बताया था. वह इसे लेकर शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में से एक मजीठा रोड पर गोपाल मंदिर के प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. तभी 31 वर्षीय संदीप सिंह कथित तौर पर दिनदहाड़े गोली मारकर सूरी की हत्या कर दी.


पुलिस की मौजूदगी में हुई इस हत्या के विरोध में हिंदू संगठनों ने शनिवार को भारत बंद बुलाया था. इसके तहत अमृतसर में दुकानें बंद करवाने के दौरान शिवसेना और सिख संगठन आमने-सामने हो गए. बताया जाता है कि यहां कुछ सिख संगठनों ने हवा में बंदूक लहराकर नारेबाजी की. वहीं इस तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भारी संख्या में पुलिसकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और मामले को शांत कराया.

शिवसेना टकसाली के प्रधान सुधीर सूरी की हुई मौत के बाद पुलिस ने शहर में कई स्थानों पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है. वहीं इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी को कोर्ट ने शनिवार को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया.
 

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