Delhi Weather : दिल्ली में इस तारीख को होगी बारिश, मौसम विभाग ने इन इलाको में दिया अलर्ट
Delhi-NCR में मौसम: आपको बता दें कि मौसम विभाग ने हाल ही में दिल्ली और एनसीआर का मौसम पूरी तरह बदल दिया है। बारिश के बाद मौसम ठंडा हो गया है। जिसमें चलते तापमान में 4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई, आइए पूरी जानकारी प्राप्त करें..।
मंगलवार को राजधानी दिल्ली सहित एनसीआर में बारिश हुई। बारिश से एक और जगह, जहां प्रदूषण कम हुआ, ठंड बढ़ी। मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो दिनों तक बूंदाबांदी जारी रहेगी। लोगों को बारिश से राहत मिली है। दिन में ठंडक बढ़ी है। नवंबर महीने में औसतन 4.1 एमएम बारिश होती है। नवंबर तक 17.7 एमएम बारिश हुई है। 2010 नवंबर में 26 एमएम बारिश पहले हुई थी। नवंबर 2018 में 8.6 मिमी बारिश हुई। 2009 से 2022 के दौरान 11 बार नवंबर में 2 एमएम से भी कम बारिश हुई थी।
बारिश के बाद पारा गिरा, ठंड बढ़ी—
बारिश की वजह से तापमान 22 डिग्री तक गिर गया। यह औसत से चार डिग्री कम था। जैकेट और गर्म कपड़े पहने हुए बहुत से लोगों ने देखा। न्यूनतम तापमान अभी भी बढ़ा हुआ है। 14.2 डिग्री हो गया। यह औसत से चार डिग्री अधिक था। हवा की नमी 85 से 100 प्रतिशत रही। सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक सफदरजंग में 0.4 एमएम, पालम में 1.6 एमएम, लोदी रोड में 0.6 एमएम, रिज में 0.6 एमएम, आया नगर में 0.9 एमएम, गुरुग्राम में 0.5 एमएम, नरेला में 0.5 एमएम, पीतमपुरा में 1 एमएम और पूसा में 0.5 एमएम बारिश हुई।
गीजर इस्तेमाल करने से पहले कर लें ये काम, वरना बाद में पछताओगे
बुधवार को आंशिक बारिश होगी, लेकिन आज और कल बारिश होगी। सुबह हल्के कोहरे रहेंगे। तापमान 25 डिग्री से 13 डिग्री तक होगा। रात को वर्षा हो सकती है। 30 नवंबर को भी वर्षा हो सकती है। तापमान 24 डिग्री से 13 डिग्री तक हो सकता है। 1 दिसम्बर से मौसम साफ होगा। 1 से 4 दिसंबर तक, अधिकतम 25 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 9 से 11 डिग्री सेल्सियस रहेगा।
पहाड़ों पर बर्फबारी होगी—
स्काईमेट के अनुसार, पश्चिमी डिस्टरबेंस पश्चिमी हिमालय के करीब है। यह अगले तीन से चार दिनों में उत्तर भारत के पहाड़ी क्षेत्रों से गुजरेगा। इसलिए अगले दो दिनों तक राजधानी में बारिश होने की संभावना है। वहीं श्रीनगर, पटनीटॉप, पहलगाम, गुलमर्ग, मनाली, कुल्लू, धर्मशाला, डलहौजी और शिमला में बर्फबारी और बारिश की संभावना है। गढ़वाल क्षेत्र उत्तराखंड में कुमाऊं क्षेत्र की तुलना में अधिक सक्रिय रहेगा।