logo

Chanakya Niti : पति पत्नी के बीच हो ये कमी, तभी पराए लोग आते है पसंद

आचार्य चाणक्य ने कहा कि एक सफल विवाह वह है जिसमें पति-पत्नी एक दूसरे को शारीरिक और मानसिक रूप से खुश कर सकते हैं।

 
Chanakya Niti : पति पत्नी के बीच हो ये कमी, तभी पराए लोग आते है पसंद
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

आचार्य चाणक्य ने विवाह संस्कार को समाज के समुचित निर्माण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया था।

आचार्य चाणक्य ने विवाह को एक आदर्श सामाजिक-धार्मिक संबंध बताया है।
विवाहित होने से पहले स्त्री-पुरुष के गुणों का विस्तार से चर्चा की गई है।

 

भारतीय इतिहास में एक महान दार्शनिक और शिक्षक आचार्य चाणक्य थे, जिन्होंने जीवन के कई नैतिक मूल्यों को सिखाया था। उसने व्यक्ति, परिवार, संस्था, समाज आदि के व्यवहार और सभी के कर्तव्यों और अधिकारों पर विस्तार से चर्चा की है। आचार्य चाणक्य ने विवाह संस्कार को समाज के समुचित निर्माण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया था। विवाह करते समय क्या ध्यान रखना चाहिए? विवाहित होने से पहले स्त्री-पुरुष के गुणों का विस्तार से चर्चा की गई है।
विवाह एक मनोवैज्ञानिक अनुभव है
Chanakya Niti : समझदार महिलाएं कभी नहीं करती ये गलतियाँ, जान लें ये बात

पति-पत्नी के वैवाहिक जीवन से चिंताओं को दूर करने के लिए आचार्य चाणक्य ने बहुत कुछ कहा है। आचार्य चाणक्य ने विवाह को एक आदर्श सामाजिक-धार्मिक संबंध बताया है। विवाह एक मनोवैज्ञानिक अनुभव भी है। आचार्य चाणक्य ने कहा कि एक सफल विवाह वह है जिसमें पति-पत्नी एक दूसरे को शारीरिक और मानसिक रूप से खुश कर सकते हैं।


पति-पत्नी की उम्र अधिक न हो
वैवाहिक जीवन में, आचार्य चाणक्य ने कहा कि पति-पत्नी की उम्र अधिक नहीं होनी चाहिए। शारीरिक रूप से योग्य पुरुष ही पत्नी की शारीरिक मांगों को पूरा कर सकता है। ऐसे में पति की उम्र अधिक होगी तो वह पत्नी को शारीरिक और मानसिक सुख नहीं दे सकेगा। चाणक्य ने कहा कि पत्नी की इच्छा पूरी नहीं होने पर वह पर-पुरुष की ओर आकर्षित हो सकती है, जो वैवाहिक जीवन को तबाह कर सकता है।